शब्द-सौष्ठव

शब्द-सौष्ठव निराला मतवाला
चंदा सा सुंदर , चंदन सा ठंडा
शब्द मौन रह प्रभावित करते
मीठे बोल बन मन मोह लेते।
कड़वे बोल बाण सी पीड़ा देते।
शब्दों का बल देखो शब्द ही 
परायों को अपना बना लेते ,
शब्द पल में पराया बना देते
शब्द ही हमारे मित्र, वही शत्रु
शब्द-सौष्ठव मित्र सा बल देते
सहायक बन सबल बना देते
शब्द-बाण बन निर्बल बनाना 
कदापि  इनका ध्येय नहीं।
अरुणा कालिया

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