सख्त पीड़ा
निर्भयाओं को इतनी सख़्त पीड़ा!! पीड़ादाताओं से इतना कोमल व्यवहार!! बात कुछ हज़म नहीं हो रही। चलो ऐसा कानून बनाएं, दंड देने का अधिकार पीड़िता को दिलाएं। कृष्ण पुराण का स्मरण कराएं। जैसे को तैसा कराएं क्योंकि लातों के भूत बातों से नहीं मानते। अरुणा कालिया