नाथ लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप - अगस्त 06, 2020 अनाथ और सनाथ में एक बात सामान्य है नाथ शब्द दोनों में समान रूप से प्राप्य है नाथ साथ है,पर नाथ से प्रसन्नता अप्राप्य है। नाथ मृग की कस्तूरी है, पर ढूंढ़ना अक्षम है। अरुणा कालिया और पढ़ें