राम बसै लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप - अक्टूबर 24, 2020 सीता राम मन बसै रावण बिगाड़ कछु न पावै तीर राम हृदय से छोड़ें रावण दहन हुई जावै। राम राज करैं रावण करे अट्टहास बुराई जीत न पावै सिर उगें चाहे हजार। ज्ञान विज्ञान धरा रहै मन में मैल बसाए अज्ञानी प्रेम-दीप धरै हृदय राम बस जाए।। अरुणा कालिया और पढ़ें