नर नारायणी
रिश्ता नर और नारायणी का युगों से प्रतीक अर्द्धनारीश्वर का रिश्ता श्रृंगार रस से भरपूर सा वियोग संयोग संगम दोनों का प्रतिपक्ष है रिश्ता मात्र प्यार का दोनों का रिश्ता शिला आधार सा कामदेव और रति ने संसार बसाया बसंत बहार का मौसम है बनाया न अधिक न कोई कम है भाया कभी पतझड़ कभी बहार है लाया संतुलन में रख जो रिश्ता निभाया स्वर्ग से सुंदर हो धरती की काया। अरुणा कालिया