क़िस्मत लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप - अक्टूबर 22, 2020 हमारी क़िस्मत हमारी ही है इसे सोने मत दीजिए। दरवाज़ा खटखटाइए, दरवाज़ा ज़रूर खुलेगा। क़िस्मत इसी इंतज़ार में है, वह हमें जगाना चाहती है। अरुणा कालिया और पढ़ें