गुरु ज्ञान

गुरु ज्ञान का प्रकाश है, गुरु ज्ञान का सागर है
जितने गहरे उतरते जाओ, थाह न पा अपार है।।

ज्ञान-सागर अथाह है इसकी थाह न जाने कोई।
गुरु का अनुसरण करे, भवसागर पार करे सोई।

गुरु ज्ञान व्यर्थ न जाही, जीवन सरल-सुगम बनाही।
अज्ञानी ज्ञानी हो कर, प्रकाश की ज्योति फैलाही।।
अरुणा कालिया

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