भरोसा

               'भरोसा'
भरोसा होता भी है अपनों पर
भरोसा तोड़ते भी अपने ही हैं।
समझ अपनी पर भरोसा रखो
न टूटेंगे अपने,न टूटेंगे रिश्ते।
हमारे अपने जब साथ होते हैं,
हम दिमाग़ पर ताला लगा लेते हैं
सब कुछ उन पर छोड़ बैठ जाते हैं
बस यहीं हम ग़लत हो जाते हैं।
हमारे अपने भी ग़लती कर सकते हैं।
उनकी ग़लती को हम नि: संकोच
भरोसा तोड़ने का नाम दे बैठते हैं।
चलो ग़लती सुधारें, रिश्ते संवारें
भरोसे पर भरोसा रख, भरोसा करें।
अरुणा कालिया

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