क़लम का कमाल

क़लम का कमाल
एक एक शब्द-बूंद
सागर सी पुस्तक
गागर में सागर
चरितार्थ करें।
अज्ञानी ज्ञानी बने
अभद्र भद्र बने
असभ्य सदाचारी।
क़लम का कमाल
शब्द-बूंद सागर भरे।
अरुणा कालिया


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मेघ आए, पाठ योजना

उगता सूरज

प्रसिद्ध धार्मिक-पुस्तकें पढ़नी ही चाहिए- (लेख )