शिक्षिका की शिक्षा जो आज भी याद है

मुझे बहुत अच्छे से याद है कि बरेली में मैं और मेरे भाई एक ही स्कूल में पढ़ते थे। मैं दूसरी, तीसरी और चौथी कक्षा तक वहाँ पढ़ी।उस स्कूल का नाम है- द चिल्ड्रन्स एकेडमी,बरेली होटल के पास।
यही स्कूल का नाम था,बल्कि 'है ' कहना अधिक उपयुक्त है।वहाँ एक हिंदी विषय पढ़ाने के लिए मैडम थी उनका नाम था  "भटनागर मैम" ।हम सब बच्चे उन्हें मिस भटनागर कहकर बुलाते थे।उनकी पढ़ाई हुई हिंदी अब तक मेरे काम आ रही है। उन्होंने मात्राओं का इतना अच्छा ज्ञान दिया कि मैंने कभी भी मात्राओं की वजह से डाँट नहीं खाई।वे हमेशा से मेरे हृदय में सम्मान के साथ रही हैं।
अरुणा कालिया

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मेघ आए, पाठ योजना

उगता सूरज

प्रसिद्ध धार्मिक-पुस्तकें पढ़नी ही चाहिए- (लेख )