अनेकता में एकता

अनेकता में एकता अखंड भारत की विशेषता



प्रत्येक भारतीय अपने अंदर सरदार वल्लभ भाई पटेल को महसूस करे , और देश को खंडित होने से बचाने के लिए स्वयं को तत्पर रखे।निजी स्वार्थ एवं निजी उन्नति के साथ-साथ देश की प्रगति में निरन्तर अपना सहयोग देने की बात कभी न भूले।देश की एकता में ऐसे तल्लीन हो जाएं कि देश को खंडित करने वाला इतना डरे,इतना डरे कि खंडित करने की बात भी अपने मनमें न आने दे । ऐसे में हम लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को अपने आप में ढूँढ लायेंगे ,जिन्होंने आज़ादी के समय देश के खंडित होते राज्यों को खंडित होने से बचा लिया था ।जब एक व्यक्ति इतना बड़ा कार्य मन के दृढ़ संकल्प से कर सकता है तो क्या सवा सौ करोड़ भारतीय आतंकवाद को जड़ से नहीं उखाड़ फेंक सकते ? आवश्य ऐसा कर सकते हैं, आवश्यकता है तो सिर्फ अपने कर्तव्य को समझने की।किसी आदेश का इंतजार हमें नहीं करना है, क्योंकि हमारे कर्तव्य हमें स्वयं ही समझने हैं।अगर इस देश को हम अपना घर समझते हैं तो अपने घर के प्रति हमारे कर्त्तव्य भी हम कभी नहीं भूल  सकते।
जय हिंद,जय भारत
मेरे देश की शान ,मेरी शान

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