माँ
To all mothers
"माँ "
'माँ'शब्द में जितनी सौम्यता
सुंदरता और तन्मयता है
प्यार,स्नेह औ' वात्सल्यता
का तारतम्य है .
उससे कहीं अधिक वह अपने में
लिए हुए है प्यार,स्नेह की स्निग्धता
माँ सिर्फ माँ है ,
चाहे उसने
किसी बच्चे को
जन्म दिया हो या नहीं .
"माँ "
'माँ'शब्द में जितनी सौम्यता
सुंदरता और तन्मयता है
प्यार,स्नेह औ' वात्सल्यता
का तारतम्य है .
उससे कहीं अधिक वह अपने में
लिए हुए है प्यार,स्नेह की स्निग्धता
माँ सिर्फ माँ है ,
चाहे उसने
किसी बच्चे को
जन्म दिया हो या नहीं .
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