हक़ीक़त की चादर

सपनों से बाहर निकल
हक़ीक़त की चादर ओढ़ 
कर्म-क्षेत्र का योद्धा बन
जीत अपनी अधिकृत कर।
तू अर्जुन है अर्जुन बनकर
मार्ग अपना प्रशस्त कर
भटकना तेरा काम नहीं
मीन अक्ष पर ध्यान धर।
अरुणा कालिया

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