याद हमारी

जाते हो तो सुनते जाओ
याद हमारी से पीछा छुड़ा न पाओगे.

जाते हो तो सुनते जाओ
मुड़ मुड़ कर देखोगे
पर हमें न फिर देख पाओगे

जाते हो तो सुनते जाओ
हर घड़ी तुमको याद आएँगे
पर हमें न फिर ढूँढ़ पाओगे.

यह सच है पास रहकर
न कीमत आदमी की
कोई जान पाया है

दूर जाकर ही तुम
वजूद हमारा शा़यद
जान पाओगे.

चलो अच्छा है
दूर जाकर ही सही
कद्र हमारी जान पाओगे.

जाते हो तो सुनते जाओ
याद हमारी से पीछा छुड़ा न पाओगे.




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