सब पढ़ें,सब बढ़ें , कहते हैं सब ,पर मूर्त रूप देता है कोई-कोई । सब चाहें,सब सराहें, पर सन्मार्ग दिखाता है कोई-कोई। पाठशाला में जहाँ, जीवन जीने का पाठ पढ़ाया जाता है, मार्गदर्शक बन मार्ग दिखाता है, कोई कोई। किताबी ज्ञान और व्यवहारिक ज्ञान में अंतर कितना, यह भेद बताता है कोई कोई सब पढ़ें,सब बढ़ें अभियान, सभी सराहें, मगर मार्ग पर चलना सिखाता है, ...