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बीती बातें बिसार दे

चल छोड़ न यार पिछली बातों को, अब आगे बढ़ते हैं बीती बातें बिसार कर, कुछ नये अरमान गढ़ते हैं। जो हुआ सो हुआ,गलती न दोहरा, दोस्ती फ़िर से करते हैं नये जोश से नये अरमान से, एक नया इतिहास रचते हैं। कृष्ण-सा सारथी बन, सुदामा की सी दोस्ती करते हैं। शुरू से शुरू करके, चल ,दोस्ती की मिसाल बनते हैं। पिछली बातों को दोहराकर क्या किसी ने सुख पाया है, बिसरा दें पिछली बातों को, नये सिरे से धरातल रचते हैं। अरुणा कालिया 

ओरे मोरे मन

ओरे मोरे मन , राधिका रमण। निसदिन प्रभुगुन गाएजा छिन छिन नेह बढ़ाए जा पल-पल प्रेम बढ़ाए जा। मन गोविन्द-गुण गाए जा। १. वह मन ही क्या मन है जिसमें      गोविंद-प्रेम सा प्रेम न हो ऐसा मन ही क्या जिसमें राधिका रमण सांवली सरकार न हो     मन प्रेम-जन हित नित मन-मीत, प्रभु गीत गाए जा। मन गोविंद गुण गाए जा,,, ओरे मोरे मन राधिका रमण निसदिन प्रभुगुन गाएजा.. २. वह जीवन क्या जीवन है जिसमें     जीवन धन से प्यार न हो।     ऐसा प्यार ही क्या जिसमें पिय सुख में बलिहार न हो श्यामा श्याम मिलन हित नित नैनन नीर बहाए जा। मन गोविन्द-गुण गाए जा ओरे मोरे मन, राधिका रमण निसदिन प्रभुगुन गाएजा.... ३.  पिय मन-भावन प्यारी सुकुमारी वृषभानु दुलारी प्राण रे, चाकर बन नित करे चाकरी सुंदर श्याम सुजान रे। प्रेम-सुधा रस चखन हित मन राधे राधे गाए जा।   मन गोविन्द-गुण गाए जा ओरे मोरे मन, राधिका रमण निसदिन प्रभुगुन गाएजा... ४. ओ रसिया मन बसिया कृष्ण मुरारी     ब्रज मन बसिया जान रे कानन रस नित भरे बांसरी कृष्ण कन्हैया ब्रज प्राण रे सांवरा सलोना घनश्याम नित ...

भज गोविंद भज गोपाला

  भज गोविंदा भज गोपाला राधा के संग - संग नाचे नंदलाला राधा के मन को हरने वाला रास   रचैया   गोकुल वाला ता ता थैया, ता ता थैया 1.दरस के मारे प्यासे नैना   प्यासे नैना तरस गए हैं   दरस बिन बरस रहे हैं   जब से पिया है प्रेम-प्याला   राह तके तेरा गोकुल सारा   रास रचैया , गोकुल वाला   ता ता थैया, ता ता थैया ..... 2.मुरली वाला नंद का लाला   वही है मेरा रखवाला..2     तेरा पावन साथ मिला है   राधा वल्लभ नंद का लाला   तेरा साथ निराला पाया   भज गोविंदा भज गोपाला   रास रचैया गोकुल वाला   ता ता थैया ता ता थैया....  

बीते पल

बीते कटु पल भुलाने मुश्किल हैं कोशिश की जा सकती है। बीते पलों से उभर पाना मुश्किल है कोशिश की जा सकती है। कटु अनुभव से सतर्कता मुश्किल है कोशिश की जा सकती है। कोशिशें ही परिवर्तन में सहायक हैं कोशिश दर कोशिश की जा सकती है। अनुभव से तुरंत मोड़ देना मुश्किल है कोशिश करना हमारे हाथ है, अपना हाथ जगन्नाथ बन जा कटुता से उभर पाना मुश्किल है कोशिश करके तो देख,प्यारे! मानव में ही अद्भुत गुण हैं मानवीय गुणों को अनुभव तो कर प्यारे जग में कुछ भी मुश्किल नहीं एक बार कोशिश करने की हिम्मत तो कर प्यारे! अरुणा कालिया